ज़ख्मे दिल को जवान होने दो
दिल में कुछ तो निशान होने दो
मीठी मीठी सी नींद आएगी
और थोड़ी थकान होने दो
फ़स्ले गुल का लगान ठहराना
पहले उसको जवान होने दो
चोर जो दिल का है नज़र में है
पहले दिल को दुकान होने दो
फ़स्ल अश्कों की लहलहाएगी
दर्देदिल को किसान होने दो
Sunday, September 16, 2007
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